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3/30/2025
हिंदू नववर्ष भारत में बड़े उल्लास और धार्मिक भावना के साथ मनाया जाता है। यह वर्ष के आरंभ का प्रतीक है और भिन्न-भिन्न राज्यों और संस्कृतियों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। हिंदू नववर्ष का समय विभिन्न कैलेंडरों के आधार पर तय होता है, जैसे विक्रम संवत, शक संवत, आदि।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा: यह विक्रम संवत के अनुसार हिंदू नववर्ष की शुरुआत मानी जाती है। इसे उत्तर भारत के कई हिस्सों में उत्सव के साथ मनाया जाता है।
गुड़ी पड़वा: महाराष्ट्र और गोवा में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। घर के बाहर गुड़ी (एक सजाया हुआ झंडा) फहराया जाता है, जो समृद्धि और अच्छे भाग्य का प्रतीक है।
उगादी: आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में इसे उगादी के रूप में मनाया जाता है, जहां विशेष व्यंजन जैसे पचड़ी, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतिनिधित्व करती है, तैयार किए जाते हैं।
पुथांडु: तमिलनाडु में इसे पुथांडु के रूप में मनाया जाता है, जहां पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होते हैं।
इस अवसर पर लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, नए वस्त्र पहनते हैं, मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं और मिठाइयां बांटते हैं। यह एक ऐसा समय है जब लोग परिवार और समुदाय के साथ मिलकर नए साल के शुभ अवसर का स्वागत करते हैं।
हिंदू नववर्ष भारत में बड़े उल्लास और धार्मिक भावना के साथ मनाया जाता है। यह वर्ष के आरंभ का प्रतीक है और भिन्न-भिन्न राज्यों और संस्कृतियों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। ........




हिंदू नववर्ष भारत में बड़े उल्लास और धार्मिक भावना के साथ मनाया जाता है। यह वर्ष के आरंभ का प्रतीक है और भिन्न-भिन्न राज्यों और संस्कृतियों में अलग-अलग....